कैंडलस्टिक को समझने की शुरुवात
इतिहास अपने को दोहराता है– सबसे बड़ी अवधारणा (Assumption)
जैसे कि हम पहले भी बात कर चुके हैं कि टेक्निकल एनालिसिस में सबसे जरूरी अवधारणा (Assumption) यह है कि इतिहास अपने आप को दोहराता है। टेक्निकल एनालिसिस इस अवधारणा को बार-बार इस्तेमाल करता है। यह सबसे महत्वपूर्ण अवधारणा है। टेक्निकल एनालिसिस की इस अवधारणा को और गहराई से समझना जरूरी है क्योंकि कैंडलस्टिक के पैटर्न पूरी तरीके से इस अवधारणा आधार बनाते हैं। मान लीजिए आज 7 जुलाई 2014 है और कुछ चीजें बाजार में हो रही है।
घटना एक–
शेयर पिछले 4 दिनों से लगातार गिर रहे हैं । घटना दो– आज 7 जुलाई 2014 को पांचवा ट्रेडिंग सेशन है जहां शेयर गिर रहे हैं। शेयर वॉल्यूम भी कम है।
घटना तीन–
शेयर की कीमत का दायरा भी पिछले दिनों की तुलना में बहुत ज्यादा छोटा है।
इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए अब आप मानिए कि अगले दिन यानी 8 जुलाई 2014 को शेयरों की गिरावट थम जाती है और शेयर थोड़ी सी तेजी के साथ भी बंद होते हैं। तो पिछली तीन घटनाओं के परिणाम में छठवें दिन शेयर बाजार ऊपर की तरफ गया। कुछ समय बीत जाता है मान लीजिए कुछ महीने, और बाजार में 5 दिनों तक फिर से ऐसी घटनाएं होती हैं जैसी हमने ऊपर देखी थी। अब आप छठवें दिन के लिए क्या उम्मीद लगाएंगे?
हमारी अवधारणा है कि इतिहास अपने आप को दोहराता है। यहां हम अपने अवधारणा में एक और चीज जोड़ देते हैं, वो ये कि जब पिछले कुछ दिनों की घटनाएं इतिहास की किसी और समय की तरह से चल रही है तो हम यह मान सकते हैं कि उन घटनाओं के बाद जो परिणाम दिखा था वही परिणाम फिर से दिखेगा। इसी अनुमान के आधार पर हम कहते हैं कि अब छठवें दिन शेयर ऊपर जाएंगे।
कैंडलस्टिक पैटर्न और उनसे जुड़ी उम्मीदें
कैंडलस्टिक का इस्तेमाल ट्रेडिंग पैटर्न समझने के लिए किया जाता है। पैटर्न, यानी एक खास तरह की घटना जब एक खास तरीके के संकेत देती है तो उसे पैटर्न कहते हैं। टेक्निकल एनालिस्ट पैटर्न के आधार पर ही अपना ट्रेड यानी सौदा तय करते हैं। किसी भी पैटर्न में दो या दो से ज्यादा कैंडल एक खास तरीके से लगे होते हैं। लेकिन कभी-कभी एक कैंडलस्टिक से भी पैटर्न समझा जा सकता है। इसलिए कैंडलस्टिक पैटर्न को सिंगल कैंडलस्टिक पैटर्न यानी एक कैंडलस्टिक वाले पैटर्न और मल्टीपल कैंडलस्टिक पैटर्न यानी कई कैंडलस्टिक वाला पैटर्न में बांटा जा सकता है। एक कैंडलस्टिक वाले पैटर्न में हम जो चीजें जानेंगे वह हैं।
1. बुलिश मारूबोज़ू ( Bullish Marubozu)
2. बेयरिश मारूबोज़ू (Bearish Marubozu)
2. दोजी (Doji)
3. स्पिनिंग टॉप (Spinning Tops)
4. पेपर अम्ब्रेला (Paper umbrella)
1. हैमर (Hammer)
2. हैंगिंग मैन (Hanging man)
5. शूटिंग स्टार (Shooting Star)
मल्टीपल कैंडलस्टिक (Multiple Candlestick) पैटर्न वह होता है जिसमें कई कैंडलेस्टिक से एक पैटर्न बनता है मल्टीपल कैंडलस्टिक पैटर्न में हम जिन चीजों को जानेंगे, वो हैं:
1. एन्गल्फिंग पैटर्न (Engulfing pattern)
- बुलिश एन्गल्फिंग (Bullish Engulfing)
- बेयरिश एन्गल्फिंग (Bearish Engulfing)
2. हेरामी (Harami)
- बुलिश हेरामी (Bullish Harami)
- बेयरिश हेरामी (Bearish Harami)
डार्क क्लाउड (Dark cloud cover)
मार्निंग स्टार (Morning Star)
इवनिंग स्टार (Evening Star)
आप सोच रहे होंगे कि इन नामों का मतलब क्या है? जैसा कि हमने पहले भी बताया, इनमें से कई नाम अभी भी जापानी भाषा से ही आते हैं।
कैंडलस्टिक पैटर्न एक ट्रेडर को ट्रेड की रणनीति बनाने और एक नजरिया बनाने में मदद करते हैं। हर पैटर्न में रिस्क की रणनीति भी होती है, साथ ही, एन्ट्री और स्टॉप लॉस कीमत के बारे में संकेत होते हैं।
कैंडलस्टिक से जुड़ी कुछ खास मान्यताएं
हम पैटर्न के बारे में जानना और समझना शुरू करें उसके पहले कुछ और अवधारणाओं/ मान्यताओं को अपने दिमाग में रखना जरूरी है। यह अवधारणाएं कैंडलस्टिक से जुड़ी हुई हैं। इन अवधारणाओं को ठीक से अपने दिमाग में बैठा लीजिए क्योंकि आने वाले समय में हम इन पर बार-बार लौटेंगे। हो सकता है कि यह अवधारणाएं अभी आपको पूरी तरीके से समझ ना आएं लेकिन आगे चलते हुए हम इनके बारे में और विस्तार से समझेंगे। इसलिए अभी से इनको से थोड़ा-थोड़ा जान लेना जरूरी है।
मजबूती में खरीदें और कमजोरी में बेचें – नीले रंग की कैंडल यानी बुलिश कैंडल मजबूती को दिखाती है और लाल रंग की कैंडल बेयरिश होती है यानी कमजोरी को दिखाती है। इसलिए जब भी आप खरीद रहे हैं तो यह देखिए कि उस दिन ब्लू कैंडिल है और जब आप बेच रहे हैं तो वह लाल कैंडल वाला दिन होना चाहिए।
हर पैटर्न (Pattern) में बदलाव की गुंजाइश रखें– किसी भी पैटर्न को आंख मूंदकर मत मान लीजिए। हो सकता है कि कोई पैटर्न किसी एक परिभाषा पर खरा उतर रहा हो, लेकिन उसमें थोड़ा-बहुत बदलाव होने की गुंजाइश हमेशा होती है क्योंकि बाजार में बदलाव हो रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि आप एक सीमित दायरे के अंदर थोड़े बहुत बदलाव के लिए तैयार रहें और उस हिसाब से पैटर्न को थोड़ा बहुत बदलने के लिए तैयार रहें।
किसी भी पैटर्न (Pattern) के पहले के ट्रेंड को देखें– अगर आप किसी बुलिश पैटर्न को देख रहे हैं तो उसके पहले के ट्रेंड को जांच लें क्योंकि वह बेयरिश होना चाहिए और अगर आप बेयरिश पैटर्न को देख रहे हैं तो उसके पहले का पैटर्न बुलिश होना चाहिए।
इस अध्याय की खास बातें
- 1. इतिहास अपने आप को दोहराता है, इस अवधारणा को थोड़ा संशोधित किया है।
- 2. कैंडलस्टिक पैटर्न 2 तरीके के होते हैं सिंगल पैटर्न और मल्टीपल कैंडल पैटर्न ।
- 3. कैंडलस्टिक पैटर्न में 3 तरीके की अपनी अवधारणाएं होती हैं।
- 4. मजबूती में खरीदे और कमजोरी में बेचें
- 5. पैटर्न को जांचें-परखें, और
- 6. पुराने ट्रेंड को जरूर देखें
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